Financial planning क्या है और कैसे करे

    Financial planning क्या है और कैसे करे









इस पोस्ट में हम जानेंगे कि फाइनेंसियल प्लानिंग क्या होती है और इसे कैसे किया जाना चाहिए तो चलिए हम जानते हैं पानी में प्लानिंग को जानने से पहले हमें यह जान लेना बहुत जरूरी है कि फाइनेंसियल क्या है और प्लानिंग क्या है दोनों को अलग-अलग जानते हैं फाइनैंशल का हिंदी अर्थ होता है धन पैसा या वित्त और प्लानिंग का हिंदी मतलब होता है योजना बनाना इस तरह से हम कह सकते हैं कि फाइनेंसियल का हिंदी मतलब है वित्तीय नियोजन और वित्तीय नियोजन का मतलब है अपने जीवन में सभी तरह के धन संबंधी यानी वित्त संबंधी जो भी जरूरत हो उसको पूरा करने के लिए एक योजना बनाना और सिंपल लैंग्वेज में कहे तो पैसे संबंधी जरूरत को पूरा करने के लिए बनाए जाने वाले योजना को फाइनेंसियल प्लानिंग कहते हैं।

Financial Requirements-


1. Regular Income For Daily needs
2. Emergency Fund
3. Short Term and Long Term Goals
4. Security


1. Regular Income For daily needs -

 फाइनेंसियल प्लानिंग करते समय यह ध्यान में रखना बहुत जरूरी होता है कि व्यक्ति का रोजाना कितना जरूरत पड़ती है उसको खर्चे करने में जो व्यक्ति है उसका पर्सनल खर्चा कितना है और उसकी फैमिली का खर्चा कितना है फाइनैंशल प्लानिंग करते समय यह देखना बहुत जरूरी है उसके लिए वह देख सकते हैं अपने सैलरी का कितने परसेंटेज रेगुलर खर्चे के लिए निकालना है यह ध्यान में रखना बहुत जरूरी है।

2. Emergency Fund -

फाइनेंसियल प्लानिंग करते समय इमरजेंसी फोन रखना बहुत जरूरी है यानी कि आपातकालीन स्थिति में या कोई घटना हो जाती है जैसे कि एक्सीडेंटल या की कोई बीमारी हो जाती है जिस कारण अपने को इमरजेंसी फंड की जरूरत पड़ती है तो कुछ परसेंटेज ध्यान में रखकर रखना चाहिए इसके लिए आजकल मुचल फंड काफी अच्छा रहता है आप liquid mutual फंड के लिए रख सकते हैं जिससे आपको बैंक की अपेक्षा काफी अच्छा इंटरेस्ट भी मिल जाता है और आपका पैसा भी safe रहता है।

3 Short Term and Long Term Goals-

यदि आप आने से प्लानिंग कर रहे हैं तो अपने शार्ट टर्म और लोंग टर्म गोल को ध्यान में रखना जरूरी जैसे कि अपना खुद का घर लेना है अपने गाड़ी लेनी है अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए या उनकी शादी के लिए या अपने को देश विदेश घूमना है बहुत सारे ऐसे रहते हैं यह किस आफ्टर लोंग टाइम में आते हैं अब जैसे अपने को मान लीजिए गाड़ी लेनी है दो साल बाद लेनी है तो उसके लिए आप बॉन्ड फंड के मुचल फंड इन्वेस्टमेंट डाल सकते हैं जो कि आपको रिटर्न भेजा मिलेगा और सेफ्टी रहेगा इसके अलावा लॉन्ग टर्म प्लानिंग कर रहे हैं तो इक्विटी mutual fund me आप डाल सकते हैं जिसमें काफी अच्छा रिटर्न रहते हैं और लंबे समय के लिए बच्चों के पढ़ाई के लिए उनकी शादी के लिए काफी अच्छा आपके पास फंड हो जाता है.

4.Security-

 लाइफ में सिक्योरिटी बहुत जरूरी होती है यदि आप फाइनैंशल प्लानिंग कर रहे हैं तो इसको भी ध्यान में रखना बहुत जरूरी है भगवान ना करे कभी कुछ किसी को हो जाता है यानी कि जो व्यक्ति है उनके ऊपर जिम्मेदारी है और उनको कुछ हो जाती है तो फैमिली प्रॉब्लम में आ जाती है उसके लिए फाइनैंशल प्लानिंग करते समय एक टर्म प्लान लेना जरूरी होता है जो उनका साल  भर की आमदनी है उसका 10 से 15 गुना टर्म प्लान लेना जरूर रहता है ।

Financial प्लान क्यों करें और इसके क्या फायदे हैं-


जिंदगी में फाइनेंसियल प्लानिंग करना बहुत जरूरी होता है फाइनैंशल प्लानिंग करने से आपके पास एक रोडमैप या बोले तो प्लान होता है कि आपको कैसे कौन सा वर्क करना है यदि आप को बच्चों की पढ़ाई करनी है तो कैसे करानी है यह आपको अपना खुद का घर लेना है तो कैसे लेनी है इसके अलावा यदि कोई फ्रेंड इमरजेंसी फंड की जरूरत होती है तो आपको कैसे वह फंड चाहिए अगर आप फाइनैंशल प्लानिंग किए रहेंगे तो लाइफ में प्रॉब्लम नहीं आती जैसे आप लाइफ आसानी से जी सकते हैं।यदि आपको कोई चीज मालूम नहीं होगी तो कैसे कर पाएंगे जैसे कि मान लीजिए एक उदाहरण लेते हैं आप जाते हैं रेलवे स्टेशन पर और वहां से बोलते हैं कि हमें टिकट चाहिए अभी आपको पता नहीं है कि जाना कहां है तो कहां का टिकट मांगेंगे तो आपको जब निश्चित ही नहीं है कहां जाना है तो आप अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच सकते यदि आप फाइनैंशल प्लानिंग करते हैं तो आपको मालूम है क्या आपको कब क्या कैसे करना है जिससे आप आसानी से अपना वर्क कर सकते हैं।

Post a Comment

0 Comments